नगर परिषद में बन रहे हैं फर्जी विवाह प्रमाण-पत्र, जांच होतो कई बड़े घपले आ सकते हैं सामने
भीलवाड़ा राजकुमार माली। नगर परिषद में विवाह प्रमाण-पत्र बनाने में बड़ा घपला सामने आया है। प्रारंभिक तौर पर जांच में नाबालिग की शादी का प्रमाणपत्र बिना दस्तावेजों के ही जारी कर दिया गया। इस तरह के दो मामले अब तक सामने आ चुके हैं, जबकि जांच होने पर कई और मामले सामने आ सकते हैं। इस संबंध में नगर परिषद ने पुलिस में मामला दर्ज करवाने का फैसला किया है।
नगर परिषद सभापति राकेश पाठक ने बीएचएन को बताया कि विवाह प्रमाण-पत्र के दो मामले फर्जी पाये जाने की बात सामने आई है। उनमें एक मामला हुसैन कॉलोनी का है, जिसमें मोहम्मद रईश के साथ अकीला बी के विवाह का प्रमाण-पत्र जारी हुआ है। जिसमें अकीला बी शादी के वक्त नाबालिग थी, लेकिन प्रमाण-पत्र बना दिया गया। इसी तरह आजाद नगर के जितेंद्र वैष्णव और नीलम पालावत के विवाह प्रमाण-पत्र में भी फर्जीवाड़ा पाया गया है। इन दोनों मामलों को लेकर उन्होंने आयुक्त दुर्गाकुमारी को मुकदमा दर्ज कराने के लिए कहा है। पाठक ने बताया कि आयुक्त के बाहर होने से उन्होंने दूरभाष पर ही अधिकारियों को मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिये हैं। अब मुकदमा मंगलवार को दर्ज करवाया जायेगा।जांच-पड़ताल में यह बात सामने आई है कि विवाह प्रमाण पत्र बनाने वाली शाखा में ठेके के कर्मचारी लगे हैं। यह ठेका अशोक सोमाणी का बताया गया है। इस संबंध में सोमाणी से बात की तो उनका कहना था कि नगर परिषद से फोन आया था। उन्होंने कहा कि ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों को वे हटा देंगे।
दूसरी और जांच में यह बात भी सामने आई है कि नगर परिषद शाम 6 बजे बंद हो जाती है, लेकिन मोहम्मद रहीश का जो विवाह प्रमाण पत्र बना है, उसकी ओटीपी रात 7 बजकर 53 मिनिट पर आई है, जबकि इस समय तक कार्यालय बंद हो जाते हैं। यह प्रमाण-पत्र किसने जारी किया। इसे लेकर आज नगर परिषद में हड़कंप मचा रहा।
चर्चा तो यह भी है कि विवाह के इन दो प्रमाण-पत्रों में ही गड़बडिय़ां नही है, बल्कि कई और ऐसे प्रमाण-पत्र जारी हुये हैं। अगर जांच होतो विवाह प्रमाण-पत्रों के अलावा नाम -परिवर्तन और अन्य मामलों में भी गड़बडिय़ां सामने आ सकती है। यह चर्चा भी है कि कुछ कर्मचारी सुविधा शुल्क लेकर गड़बडिय़ां कर रहे हैं।
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