| भीलवाड़ा बीएचएन। भोली-भाली मंद बुद्धि, उम्र दराज, अनपढ़ महिला जिसे न तो कानों से सुनाई देता है, और न ही आंखों से पूरा दिखाई देता है और ना ही उसमें-गलत समझने की क्षमता है उसे व उसकी अनपढ़ परित्यक्ता बेटी को सरकारी सहायता का लोभ देकर दो महिलाओं सहित कुछ लोगों ने सरकारी दफ्तर ले जाकर कुटरचित दस्तावेज तैयार कर लिये। इसका खुलासा तब हुआ जब अनपढ़ बुजुर्ग महिला के खाते में लाखों रुपये जमा होने के बेटे के बेटे के मोबाइल पर बैंक से आये मैसेज के बाद हो सका। अब बुजुर्ग महिला के बेटे ने धोखाधड़ी पूर्वक रजिस्ट्री कराने की इन लोगों पर शंका जाहिर करते हुये प्रताप नगर थाने में केस दर्ज करवाया है। प्रताप नगर पुलिस ने बीएचएन को बताया कि गाडरीखेड़ा गांधीनगर निवासी नारायण लाल पुत्र दयाराम गाडरी ने सुरेश कुमार ,अमित ,किरण कुमार, चिराग, दोनों औरतें, वाहन ड्राइवर दीपक, सफेद शर्ट और काला कोट व चश्मा पहनने वाले दोनों व्यक्ति, षडय़न्त्र में शामिल रजिस्टार ऑफिस के अधिकारी-कर्मचारी, और इसके अतिरिक्त अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दी। नारायण लाल गाडरी ने रिपोर्ट में बताया कि उसके परिवार की एक कृषि भूमि पांसल ग्राम , पटवार हल्का पांसल प्रथम में स्थित है। जिसके खसरा नंबर २६९५, २६९५/१, २६९५/२ कुल खसरा-३, रकबा क्षेत्रफल २.०८६४ हेक्टेयर (८ बीघा ५ बिस्वा) है । यह कृषि भूमि परिवादी की मां अणछी देवी के नाम पर दर्ज है । कृषि भूमि पर परिवार जन काश्तकारी करते हैं। परिवादी की मां की आयू ८० वर्ष है। मां का एक बैंक खाता, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, शाखा गांधी नगर में है । उक्त बैंक खाते में परिवादी का मोबाइल नंबर दर्ज करा रखा है ताकि लेन-देन की सूचना परिवार वालों को मिल सके। ८ अगस्त २०२२ को शाम को परिवादी की माता के बैंक खाते में कुछ लाख रूपये जमा होने के मैसेज मोबाइल नंबर पर आए । उसने सोचा कि फर्जी मैसेज होंगे । अत उन पर ध्यान नहीं दिया । दो दिन बाद १० अगस्त २०२२ को इसी बैंक खाते में फिर से लाखों रूपये जमा होने के मैसेज मोबाइल नंबर पर आए तो परिवादी को शक हुआ । अगले दिन रक्षाबन्धन अवकाश की वजह से बैंक बन्द थे । १२ अगस्त २०२२ को परिवादी ने बैंक जाकर पासबुक में एंट्री करवाई। इस पर पता चला कि उसकी मां के खाते में लाखों रुपये जमा हो रखे हैं। यह राशि परिवादी या उसके किसी घरवाले ने जमा नहीं करवाई। इसलिये वह घबरा गया। उसने अपनी मां व बहन देवली को यह बात बताई तो वे घबरा गई। इसके बाद उन्होंने घटनाक्रम सुनाया कि कुछ दिन पहले हमारे घर पर ३५-४० साल की दो औरते आई थी। इनमें से एक पेंट शर्ट व दूसरी सलवार सूट पहने थी। दोनो ने परिवादी की मां और बहन से कहा कि उन्हें सरकार ने गरीबों की पहचान करने और उन्हें सरकारी मदद देने के लिए नियुक्त किया है । तुम हमें गरीब लग रहे हो इसलिए हम तुम्हारी मदद करना चाहते हैं, हम इसके लिए सर्वे करने के लिए आए हैं । हम तुम्हें सरकार की तरफ से दो लाख रु दिलवायेंगे और साथ में तुमको फ्री में निशुल्क आवास (क्वार्टर) भी दिलाएंगे। तुम हमें अपने पहचान के दस्तावेज दे दो । यह भी कहा कि यह बात किसी से भी, अपने परिवार से भी मत बताना वरना तुम्हारा फ्री का मकान कैंसिल हो जाएंगा और वो किसी दूसरे को अलॉट कर दिए जाएंगा । उन्होने उन दोनों के पहचान दस्तावेज आधार कार्ड, पेन कार्ड आदि एवम् उनके स्वयं के फोटो भी मोबाइल से खींचे । मेरी माता के उपर्युक्त बैंक खाते की पास बुक की भी मोबाइल में फोटो खींच कर के ले गयी और परिवादी की भांजी का नंबर भी उन लोगों ने नोट कर लिया । इसके कुछ दिन बाद ४ अगस्त को उन दोनों औरतों में से किसी एक ने अपने नंबरों से भांजी के नंबर पर फोन किया । इसके बाद ५ अगस्त को परिवादी की भांजी के नंबर पर शाम को लगभग ३ या ४ बजे के आसपास फोन आया कि तुम अपनी माताजी को लेकर के गांधीनगर के गणेश मंदिर के पास आओ । आज तुम्हारे सरकारी निशुल्क मकान के कागजात बनाते है । बहन देवली, माता को लेकर गयी । गांधीनगर स्थित पतंजलि आयुर्वेद स्टोर के पास एक सफेद रंग की कार खड़ी थी। उस कार में एक साँवला व्यक्ति जिसने की सफेद रंग का शर्ट पहना था, गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर बैठा था । और उसमें वह सलवार सूट वाली औरत बैठी थी । उन्होंने उनको उसमें बिठाया और वे उन्हें कुवाड़ा खान के पास के रजिस्ट्रार कार्यालय में लेकर गए । उन्हें गेट के बाहर गाड़ी में ही बैठाये रखा । व सलवार सूट वाली औरत भी वहीं पर उनके साथ बैठी रही । वहां गाड़ी के पास वे लोग और उनके कई साथी आए और माता और मेरी बहन से कई कागजों पर अंगूठा निशानी यह कहकर के करवाई कि यहां पर तुम्हारे सरकार की ओर से फ्री में मिलने वाले क्वार्टर मकान के कागजात तैयार होते हैं । हम उन्हें तैयार करवा रहे हैं। उनकी धोखाधड़ी को वे समझ नहीं पाई और सरकारी सहायता पाने की उम्मीद में उन्होंने उन सभी कागजों पर अंगूठा निशानी लगा दी । वहां पर वह दोनों औरते भी थी और उनके कई साथी भी थे । पूरा एक गिरोह था लेकिन उनमें से किसी भी आदमी को वे नहीं पहचानती थी। उसके कुछ देर बाद कुछ आदमी आए और उन्होंने पहले मेरी माता जी को रजिस्टर ऑफिस अंदर ले गए कि, सरकार की ओर से मिलने वाले क्वार्टर के कागजात तैयार करने का अंदर काम है और उससे वहां उन्होंने कुछ अंगूठे लगवाए । वहाँ मौजूद उनमें से किसी भी आदमी या उस सरकारी ऑफिस के किसी भी कर्मचारी-अधिकारी ने उससे किसी भी बात की कोई जानकारी या पूछताछ नहीं की । परिवादी का कहना है कि इस बात की पूरी संभावना है कि रजिस्ट्रार कार्यालय के कर्मचारी-अधिकारी भी उन षडयन्त्रकारियों के साथ मिले हुए थे । उसके बाद वे लोग मेरी माता जी को बाहर कार में ले कर के आ गए । उसके बाद वे मेरी बहन देवली को भी अंदर ले गये और उन्होंने उससे कई जगह पर अंगूठे लगवाए । उन्होंने परिवादी की बहन को ४०००० चालीस हजार रूपये दिए, और कहा कि यह सरकारी सहायता तुम्हारे लिए, इस ऑफिस से मिली है । २०००० बीस हजार तेरे लिए और २०००० बीस हजार तेरी मां के लिए । उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से तुम दोनों के खाते में दो-दो लाख रूपये कुछ दिनों के बाद में सरकार भेजेगी और तुम्हे सरकार की ओर से मिलने वाला फ्री का मकान, जिसके कागज अभी हम लोगों ने बनाये है । चार-पाँच दिन बाद हम लोग तुम्हारे घर पर आ कर के दे देंगे । परिवादी ने इन लोगों पर जमीन की रजिस्ट्री करवाने की आशंका रिपोर्ट में जताई है। इस रिपोर्ट पर पुलिस ने अपराध धारा ४२०,४०६,४६७,४६८,४७१,१२० बी भादस के तहत केस दर्ज कर लिया। जांच थाना प्रभारी राजेंद्रकुमार गोदारा कर रहे हैं। खाते में जमा लाखों रू का विवरण दिनांक विवरण SOL ID जमा की गई राशि 08.08.2022 RTGS:SURESH KUMAR DANGI IBKL821900063 50450 13,00,000 08.08.2022 RTGS:AMIT LUNAWAT HDFC821987680380 50450 18,26,250 08.08.2022 RTGS:KIRANKUMAR DANGI S O BHANW BARB8 50450 18,26,250 08.08.2022 RTGS:SWARN SHREE JWELLERS SBIN8219984 50450 12,99,952 10.08.2022 RTGS:CHIRAG JAIN SBIN822198686674 50450 7,00,000 10.08.2022 RTGS:SURESH KUMAR DANGI IBKL822100081 50450 13,00,000 10.08.2022 RTGS:SURESH KUMAR DANGI IBKL822100081 50450 12,61,000 10.08.2022 RTGS:AMIT LUNAWAT HDFC822188195752 50450 15,00,000 10.08.2022 RTGS:AMIT LUNAWAT HDFC822188204678 50450 15,00,000 | |
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