जहाजपुर में नानी बाई का मायरा मे उमड़े श्रद्धालु

 


 

पीपलूंद ( दुर्गेश रेगर ) जहाजपुर उपखंड क्षेत्र में श्रावण मास के तीसरे सोमवार 1 अगस्त सोमवार से
श्री कल्याण महिला मंडल व ग्राम नगर वासियों के तत्वधान में माहेश्वरी पंचायत नोहरे में चल रहे नानी बाई मायरे के पहले दिन श्रद्धालुओं की भीड़ रही| मायरे का वाचन करते हुए| पं.शिवलहरी गौतम, ने बताया कि जब संसार की गाड़ी बिगड़ जाती है| तो कोई भी व्यक्ति उसे ठीक करने नहीं जाता है| लेकिन अगर भक्तों की गाड़ी जब बिगड़ती है| तो स्वयं प्रभु ही खाती बनकर जाते हैं| उन्होंने कहा कि कोई भी भक्त अगर सच्चे मन एवं आस्था से भगवान कृष्ण को जीवन की बागडोर सोंपेगा, तो निश्चित रूप से प्रभु उसके जीवन की नैया पार लगा देंगे, उन्होंने कहा कि संसार में प्रत्येक प्राणी को जीवन में सुख के साथ कष्ट भी भोगना पड़ता है| कथा में प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि नरसी मेहता की बेटी नानी बाई का विवाह हुआ कुछ समय बाद नानी बाई ने पुत्री को जन्म दिया, पुत्री भी विवाह लायक हो गई जब नरसी को भात ( मायरा )भरने की खबर भेजी गई तब नरसी के पास देने को कुछ नहीं था| उसने भाई बंधु से मदद की गुहार लगाई किंतु मदद देने को कोई तैयार नहीं हुआ,तो उसे निराशा ही हाथ लगी| तब  अंत में टूटी - फूटी बैलगाड़ी लेकर नरसी खुद ही बेटी के ससुराल के लिए निकल पड़ी अपने प्रियतम सांवलिया सेठ को याद करने लगी  थी और सांवलिया सेठ ने  उसकी नैया पार लगाई| इस कार्यक्रम में महिलाएं भजनों पर भाव विभोर होकर नाचने लगी इस अवसर पर सभी भक्त  उपस्थित थे|

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

मुंडन संस्कार से पहले आई मौत- बेकाबू बोलेरो की टक्कर से पिता-पुत्र की मौत, पत्नी घायल, भादू में शोक

जहाजपुर थाना प्रभारी के पिता ने 2 लाख रुपये लेकर कहा, आप निश्चित होकर ट्रैक्टर चलाओ, मेरा बेटा आपको परेशान नहीं करेगा, शिकायत पर पिता-पुत्र के खिलाफ एसीबी में केस दर्ज