कृषि पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने शाहपुरा में गौशाला का किया निरीक्षण

 


शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी 

प्रदेश के कृषि पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया सोमवार को भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा पहुंचे। यहां उन्होंने गोवंश में फैली लंपी बीमारी को लेकर शाहपुरा की ऐतिहासिक श्री पशुपतिनाथ गौशाला का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने शेड में पहुंच कर बारीकी से गौशाला की व्यवस्थाओं व गौवंश के लिए की जा रही सुविधाओं का निरीक्षण कर संतोष जताया। 
यहां पर उन्होंने जिले के पशुपालन व कृषि विभाग के अधिकारियों से गौशाला परिसर में समीक्षा बैठक कर उनको दिशा निर्देश दिये। उन्होंने दोनो विभागों के अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश देते हुए कहा कि आगामी आदेश तक सभी कार्मिक फील्ड में रहे। कोई भी अवकाश पर नहीं जाए ऐसी व्यवस्था की जाए। उन्होंने जिले में दवाईयों की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।
गोशाला समिति के अध्यक्ष रतनलाल झंवर व अनिल लोढ़ा ने गौशाला का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि प्रतिदिन साफ सफाई, छिड़काव, गौवंश का परीक्षण चिकित्सक से कराने की व्यवस्था कर रखी है। गौशाला 115 वर्ष पुरानी है। समिति ने मंत्री से गौशाला के लिए भूमि आंवटन कराने की मांग रखी जिस पर मंत्री कटारिया ने एसडीओ व तहसीलदार को प्रस्ताव बनाकर शीघ्र देने को कहा। जयसिंह राणावत व माधव ने गौशाला की पुस्तक भेंट की। 
मंत्री कटारिया ने प्रबंध समिति पदाधिकारियों से कहा कि गौवंश के संरक्षण के लिए सभी बंदोबश्त करें तथा सरकार की ओर से हर संभव सहायता की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव आने पर शीघ्र ही भूमि आंवटन की कार्रवाई करायी जायेगी। 
इस दौरान राजस्थान तैराकी संघ के अध्यक्ष अनिल व्यास, ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष दिलीप गुर्जर, पूर्व पालिका उपाध्यक्ष नमन ओझा, पार्षद रमेश सेन, पूर्व ब्लाॅक महामंत्री अशोक भारद्वाज सहित कांग्रेस के जनप्रतिनिधि एवं विभागीय अधिकारीगण के अलावा उपखंड अधिकारी सुनिता यादव, तहसीलदार नारायण लाल जीनगर, एसएचओ घनश्यामसिंह देवड़ा मौजूद रहे।
बाद में पत्रकारों से बात करते हुए कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि प्रदेश में गौवंश में लंपी बिमारी को लेकर राजस्थान सरकार अलर्ट मोड पर है। अभी 11 जिलों में इसकी जानकारी मिली है वहां पर गौवंश के लिए सभी माकूल बंदोबश्त किये गये है। अन्य जिलों में इसका फैलाव रोकने के लिए सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। पशुपालकों की जागरूकता जरूरी है। 
उन्होेने कहा कि देश के कई प्रदेशों में रोग फैला है। गुजरात व राजस्थान में यह वायरस ज्यादा प्रभावी लग रहा है। राजस्थान पशुधन के हिसाब से देश में दूसरे स्थान पर है। चिकित्सकों के अनुसार गुजरात व पाकिस्तान बोर्डर के रास्ते यह वायरस राजस्थान पहुंचा है। प्रदेश में बाडमेर, जैसलमेर व बीकानेर में ज्यादा है। इसका कहर ज्यादा है। जो वेक्सीन उपलब्ध है वो दी जा रही है। 
उन्होंने राज्य सरकार के इस बीमारी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के प्रस्ताव को केंद्र द्वारा नकार देने पर कहा कि केन्द्रिय मंत्री जयपुर पहुंच कर समीक्षा कर चुके है। केन्द्रिय मंत्री ने सहयोग का आश्वासन दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि लंबी बिमारी की रोकथाम के लिए धन की कमी नहीं आने दी जायेगी। भामाशाह आगे आ रहे है। जयपुर में सीएम रिलीफ फंड बनाया गया है।
बाद में मंत्री कटारिया शाहपुरा राजपरिवार के रैतिया पैलेस पहुंचे जहां परिवार की सदस्या शीलू बाईसा के गत दिनों निधन पर संवेदना व्यक्त की तथा बाद में बनेड़ा के लिए रवाना हो गये।

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