सरकार ने सभी कलक्टरों को लंपी रोग से बचाव के लिए ग्राउंड पर काम शुरू करने के दिये निर्देश
राजस्थान के 33 में से 15 जिलों में लंपी चर्म रोग फैल चुका है। अब तक करीब 13 हजार गोवंश की इस रोग से मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लंपी रोग को लेकर सांसदों, विधायकों, स्थानीय निकाय व पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। इस दौरान गहलोत ने कहा कि प्रदेश में लंपी रोग के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सरकार ने सभी कलक्टरों को इस बीमारी से बचाव के लिए ग्राउंड पर काम शुरू करने को कहा है। इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को प्रदेश के सभी सांसद, विधायक, जिला प्रमुख, प्रधान, सरपंच, वार्ड पंच और शहरी निकाय के जनप्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की हैं। इस दौरान पहले मुख्यसचिव ऊषा शर्मा और फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अन्य विधायकों की तरह पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) का नाम पुकारा। अशोक गहलोत बोले, सचिन पायलट जुड़े हुए हैं क्या, लेकिन सचिन पायलट वीसी में शामिल नहीं हुए। अशोक गहलोत ने कहा कि लंपी रोग में भी कोरोना की तरह काम हो रहा है। पशु चिकित्सक गांव-गांव सर्वे और इलाज में जुटे हैं। आयुर्वेद विभाग से बात कर के फिटकरी, नीम की पत्तियों से संक्रमित गायों को नहलाने के देसी इलाज के बारे में गाइडलाइन जारी करवाई जाएगी। यह रोग हवा से नहीं फैलता, बल्कि मक्खी और मच्छर से फैलता है इस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने पशु गृह और गोशालाओं को संक्रमण से मुक्त रखने के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव करने के निर्देश दिए हैं। बकरी को लगाई जाने वाली वैक्सीन गायों के लगाने के भी निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि लंपी रोग जानवरों से इंसानों में नहीं फैलता है। उन्होंने कहा कि लंपी रोग से निपटने के लिए आवश्यक दवाओं की खरीद बिना निविदा के करने को लेकर जिला कलक्टरों को निर्देश दिए गए हैं। |
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