हाय गर्मी: सुबह-शाम ही रोडवेज में भीड़, दिन में हो रहा सुनसान, लेकिन रेवेन्यू कवर हो रहा

 


भीलवाड़ा आकाश गढ़वाल/नगेंद्र सिंह
भीलवाड़ा रोडवेज बस स्टैंड। दोपहर का समय। गिने-चुने यात्री और बुकिंग पर आराम से बैठे कर्मचारी। गर्मी के चलते कमोबेश यही नजारा रोज बस स्टैंड पर देखने को मिल रहा है।
चीफ मैनेजर चंद्रशेखर महर्षि ने भीलवाड़ा हलचल को बताया कि गर्मी के चलते दिन में यात्रीभार कम हुआ है। सुबह-शाम भीड़ रहती है लेकिन रेवेन्यू में लॉस कहीं भी नहीं है। उन्होंने बताया कि अभी भीलवाड़ा डिपो से 94 बसों का संचालन किया जा रहा है। यात्रीभार भी अच्छा मिल रहा है। भीषण गर्मी के चलते पड़ रही है जिसके दिन में जरूर यात्रीभार कम रहता है लेकिन रेवेन्यू कवर हो जाता है क्योंकि रूट पर चलने वाली गाड़ियों को बीच में सवारियां मिल जाती हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक औसतन 97 प्रतिशत पेसेंजर लोड फैक्टर है।
अब स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां शुरू होने वाली हैं और रोडवेज में यात्रीभार बढ़ने की संभावना है। महर्षि ने बताया कि भीषण गर्मी को देखते हुए यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर कल ही भीलवाड़ा बस स्टैंड पर पांच नए पंखे लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि बस स्टैंड पर ठंडे पानी की व्यवस्था भी की गई है जिससे यात्रियों को गर्मी में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदेश में कोरोना के केस सामने आने लगे हैं तो हम लंबी दूरी की बसों के चालक-परिचालकों को ऐहतियात बरतने के निर्देश दे रहे हैं ताकि भीलवाड़ा को बाहर से आने वाले कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके।
डिपो में मैकेनिकों की कमी लेकिन कवर कर लेते हैं
चीफ मैनेजर का कहना है कि भीलवाड़ा डिपो में मैकेनिकों की कमी है लेकिन अभी हम कवर कर रहे हैं। भीलवाड़ा डिपो से संचालित होने वाली बसों की मेंटेनेंस का काम संभालने के लिए पर्याप्त मेन पावर नहीं होने के बाद भी हम एडजस्ट करके काम चला रहे हैं। उच्चस्तर पर रिक्वायरमेंट दी है आगे से क्या आदेश आता है, इसका इंतजार कर रहे हैं। अभी रोडवेज मुख्यालय से नई भर्तियां नहीं होने के कारण यह समस्या आ रही है लेकिन जल्द ही इस समस्या का समाधान होने की संभावना है।
  
 

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार

घर-घर में पूजी दियाड़ी, सहाड़ा के शक्तिपीठों पर विशेष पूजा अर्चना