16 मई को लगेगा चंद्र ग्रहण
इस साल का पहला चंद्र ग्रहण 16 मई को लगने जा रहा है। जो पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। इस दिन वैशाख की पूर्णिमा भी है। इस दिन चंद्रमा लाल रंग में दिखाई देता है। जिसे ब्लड मून कहा जाता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह एक अहम घटना होती है। आइए जानते हैं यह ब्लड मून कहां और कब दिखाई देगा। यहां दिखाई देगा ब्लड मून: ब्लड मून बहुत खूबसूरत घटना है। इस बार 15 मई को पड़ने वाला चंद्र ग्रहण रात 10 बजकर 28 मिनट पर शुरू होगा और 16 मई को 1 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। यह दुनिया के अधिकतर हिस्सों में दिखाई देगा लेकिन भारत में यह अदृश्य रहेगा। इसके अलावा यह दक्षिण अमेरिका और उत्तरी अमेरिका के पूर्वी हिस्सों में देखा जा सकेगा। यह यूरोप और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में भी देखा जा सकेगा। क्या होता है ब्लड मून: चंद्र ग्रहण पर जब चंद्रमा पूर्ण ग्रहण युक्त होता है तो ब्लड मून दिखता है। विज्ञान के अनुसार यह एक खगोलीय घटना मानी है। आपको बता दें कि जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आती है तो चंद्र ग्रहण होता है। इस स्थिति में पृथ्वी की छाया चंद्रमा की रोशनी को ढक लेती है। जिसके कारण सूर्य की रोशनी जब पृथ्वी के वायुमंडल से टकराकर चंद्रमा पर पड़ती है तो यह ज्यादा चमकीला हो जाता है। जब चंद्रमा पृथ्वी के पास पहुंचता है तो उसका रंग काफी चमकीला यानी गहरे लाल रंग का हो जाता है। तो इस घटना को विज्ञान में ब्लड मून कहा जाता है। |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें