40 वर्ष से कम उम्र के ऐसे लोगों को संक्रमण जो नहीं लिए बूस्टर डोज
अगर आप कोरोना की वैक्सीन को लेकर लापरवाही कर रहे हैं, तो सावधान हो जाएं। समय रहते बूस्टर डोज लगवा लें, क्योंकि राज्य में कोरोना का मामला अभी गंभीर नहीं हुआ है। अब तक बिहार में कोरोना के जो भी नए मामले आ रहे हैं, वह चौंकाने वाले हैं। 80% संक्रमित ऐसे हैं जिनकी उम्र 40 से कम है और बूस्टर डोज भी नहीं लिए हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि वैक्सीनेशन को लेकर मनमानी नहीं करें, बूस्टर डोज का समय हो गया है तो वैक्सीनेशन कराएं। 24 घंटे में कम उम्र के 6 संक्रमित बिहार में 24 घंटे के दौरान 6 नए मामले हैं। खतरा तो यह है कि सभी नए मामले पटना के ही है। ऐसे में आशंका पटना में संक्रमण बढ़ने को लेकर है। 24 घंटे में जो भी 6 नए मामले आए हैं जिसमें 19 साल से 35 साल के लोग शामिल हैं। पटना सिटी की एक 19 साल महिला कोरोना पॉजिटिव हुई है। लोहिया नगर की भी एक 29 वर्ष की महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। इसी तरह कंकड़बाग में 35 साल का व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। दानापुर में 25 साल की युवती कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। समंतचक में भी 30 साल की एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। आईजीआईएमएस के एमबीबीएस ब्वायज हॉस्टल का भी एक 23 साल का मेडिकल छात्र कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। बताया जा रहा है कि जितने भी कम उम्र के लोग पॉजिटिव हो रहे हैं उनमें अधिकतर कोरोना की बूस्टर डोज नहीं लिए हैं। अधिक उम्र वालों में संक्रमण कम होने के पीछे बूस्टर डोज का बचाव बताया जा रहा है। जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट पटना के न्यू गार्डिनर रोड हॉस्पिटल के सुपरिटेंडेंट डॉक्टर मनोज सिन्हा कुमार का कहना है कि वैक्सीन से कोरोना का खतरा कम होता है। संक्रमण का मामला देश में बढ़ रहा है, ऐसे में लोगों को वैक्सीनेशन के साथ सुरक्षा के सभी उपाय करने चाहिए। डॉ मनोज का कहना है कि जो दूसरी डोज नहीं लिए हैं, वह दूसरी डोज लगावाएं, इसी तरह जिनका बूस्टर डोज का समय पूरा हो गया है, वह बिना देर किए बूस्टर डोज की खुराक ले लें। जीजीएस भवन के वैक्सीनेशन इंचार्ज मनसून मोहंती बताते हैं कि वैक्सीनेशन की रफ्तार थोड़ी कम हो गई है। बूस्टर डोज लेने वालों की मनमानी भारी पड़ सकती है। समय पूरा होने के बाद भी वह बूस्टर डोज लेने को लेकर गंभीर नहीं है। ऐसे में संक्रमण के खतरे से इनकार नहीं किया जा सकता है। अगर वैक्सीनेशन के निर्धारित समय से देरी से डोज लिया जा रहा है तो उसका भी प्रभाव उतना अधिक नहीं होता है। ऐसे में एहतियात के तौर पर पहली और दूसरी के साथ बूस्टर डोज में समय का ख्याल रखें। सरकार की जो गाइडलाइन है, उसके अनुसार टीका लगवाएं। बिहार में कोरोना की रफ्तार देखिए राज्य में कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है। हालांकि अभी रफ्तार बहुत तेज नहीं है, लेकिन जिस तरह से दूसरी और तीसरी लहर में कोरोना बढ़ा था, इस तरह से संक्रमण बढ़ा तो समस्या हो सकती है। पटना में दो दिनों में 13 नएा मामले आए है। इसमें 11 संक्रमितों की उम्र 40 साल से कम रही है। ऐसे में कोरोना को लेकर खतरा बढ़ रहा है। 40 साल तक के लोगों में कोरोना का संक्रमण है, अगर यह छोटे बच्चों में पहुंचा ताे फिर स्थिति खराब हो सकती है। हालांकि अभी हालात सामान्य की तरह ही है, और बचाव को लेकर भी लोग गंभीर नहीं है। हालांकि सरकार की तरफ से रैंडम जांच में स्टडी चल रही है जिससे कोरोना के बढ़ते संक्रमण का समय से पता लगाकर उसे रोका जा सके। बिहार में कोरोना की स्थिति
बिहार में वैक्सीनेशन का हाल
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