शादी के जोड़े में ससुराल जाना था, थाने पहुंची दुल्हनें:फेरों के बाद दहेज में मांगे 5 लाख, सुबह छोड़ गए दूल्हे

 

बयाना। भरतपुर के बयाना में दो दूल्हे फेरों के बाद दहेज की मांग पूरी न होने पर अपनी दुल्हनों को छोड़ गए। शादी के जोड़े में ही दोनों बहनें अपने परिजनों के साथ थाने जा पहुंचीं और दूल्हों व उनके परिजनों के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी।

मामला बयाना के सिकंदरा का है। यहां शिवशंकर जाटव की बेटी सुषमा भारती (19) और उसके छोटे भाई हरिशंकर की बेटी राजकुमारी (21) की शादी मंगलवार की रात हुई थी। दोनों भाइयों ने बारात की आवभगत की। बारात को अच्छा खाना खिलाया। वरमाला हुई, फेरे हुए। बेटियों को विदा करने का वक्त आया तो दूल्हा पक्ष ने 5 लाख कैश, एक बाइक व गहनों की मांग कर दी। लड़की वाले इन मांगों से हैरान रह गए।

इतना दहेज मांगा कि पूरी नहीं कर सके मांग
दहेज भी इतना मांगा कि दोनों दुल्हनों के पिता उसे पूरा नहीं कर सकते थे। शिवशंकर मजदूर हैं और उनका छोटा भाई हरिशंकर मंदबुद्धि है। उन्होंने विवशता जताई। बेटियों को विदा कर ससुराल ले जाने की मिन्नतें करते रहे, लेकिन नहीं माने। आखिरकार दोनों दुल्हनों को शादी के जोड़े में ही छोड़कर वे चले गए। आज दोपहर दुल्हनें अपने परिजनों के साथ शादी के जोड़े में ही थाने जा पहुंचीं और मामला दर्ज करवा दिया।

दूल्हों के पिता ट्रैक्टर चलाते हैं
जानकारी के मुताबिक राजकुमारी और सुषमा की बारात मंगलवार रात रामपुरा (गढ़ीबाजना) से आई थी। शादी दो चचेरे भाइयों पवन पुत्र जलसिंह और गौरव पुत्र उदयसिंह से होनी थी। शाम को बारात आई। तमाम रीति रिवाज निभाए गए। रात को फेरे हुए। बुधवार विदाई की तैयारी चल रही थी, इसी बीच दूल्हों के परिजनों ने दहेज की मांग कर डाली। शिवशंकर जाटव ने बताया कि हमने उन्हें काफी समझाया, लेकिन वे नहीं माने।

बता दें कि रामपुरा निवासी जलसिंह और उसका भाई उदयसिंह दोनों ट्रैक्टर चलाते हैं। दुल्हन सुषमा के पिता शिवशंकर ने बताया कि दूल्हों और उनके परिजनों ने दहेज में 5 लाख, बाइक और सोने के गहनों की मांग की थी। इसे लेकर वर-वधू दोनों पक्षों के बीच घंटों तक बातचीत भी चली, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। शादी का पूरा खर्च बड़े भाई शिवशंकर ने उठाया था। उनका कहना है कि शादी में 7 लाख रुपए खर्च किए थे। इसके बाद भी दूल्हों को लेकर परिजन लौट गए।

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