भीलवाड़ा प्रेमकुमार गढ़वाल. भीलवाड़ा में बदमाश इतने बेखौफ है, जिससे कि अब आमजन न घर, न बाजार और न ही खेतों में सुरक्षित है। ऐसे ही बेखौफ बदमाशों ने मीणों का चौक के एक किसान पर लाठियों से हमला कर गहने लूट लिये। वारदात के समय किसान सोया था। पति पर हमला होता देखकर बचाव में पहुंची पत्नी पर भी बदमाशों ने हमला कर उसके भी गहने लूट लिये। लूट की वारदात के दौरान ही कुछ दूरी पर सोई दंपती की बेटी की नींद खुली तो वह चीख उठी। उसे नींद से जागा देखकर बदमाश भाग छूटे। बाद में किसान को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। फिल्हाल इस वारदात को लेकर थाने में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। कोदूकोटा क्षेत्र के मीणों का चौक निवासी शंकर मीणा ने हलचल को बताया कि उसका बड़ा पिता मांगीलाल मीणा 55, बड़ी मां काली, बहन बदाम व भाई नारु पुत्र डालू गुरुवार की रात गांव से आधा किलोमीटर दूर स्थित अपने खेत पर थे। मांगीलाल व काली खेत पर बनी टपरी में, जबकि बदाम मकान के बरामदे में सो रही थी। इनसे 200 मीटर दूर नारु सोया हुआ था। रात एक बजे बोला धावा, किया हमला रात करीब एक बजे तीन बदमाश खेत में घुस आये। तीनों सीधे ही उस टपरी में घुसे, जिसमें मांगीलाल व काली सो रहे थे। इस दौरान मांगीलाल को चोरों की आहट सुनाई दी तो वह सावचेत हो गया। उधर, चोरों ने आते ही सोये हुये मांगीलाल के सिर पर लाठियों से हमला करना चाह तो वह घूम गया, जिससे लाठी का वार उसकी आंख व नाक पर लगा। इससे नाक की हड्डी टूट गई। संघर्ष किया, लेकिन तीन बदमाश नहीं आये काबू मांगीलाल, बदमाशों के लाठियां भांजने के बाद अलर्ट हो गया। उसने बदमाशों के साथ संघर्ष शुरू किया, लेकिन बदमाशों की संख्या तीन होने से वे काबू में नहीं आ पाये। ऐसे में इन बदमाशों ने मांगीलाल के पैरों पर भी लाठियां भांजी। मत मारों पति को, जो ले जाना चाहों ले जाओ बदमाशों ने हमले के दौरान कहा कि इसकी कमर तोड़ दो। यह सुनकर काली की नींद खुल गई। वह उठकर, बचाव में पति पर गिर गई तो बदमाशों ने उस पर भी लाठियों से हमला कर दिया। काली ने बदमाशों से कहा कि पति को मत मारो, जो चाहे ले जाओ। इसके बाद बदमाशों ने मांगीलाल से मांदलिया, जबकि काली से रामनामी और मांदलिया लूट लिया। नींद खुली तो बेटी चिल्लाई, भाई को दी आवाज, भागने लगे बदमाश माता-पिता से थोड़ी दूर बरामदे में सो रही दंपती की बेटी बदाम की नींद भी चीख-पुकार सुनकर खुल गई। उसने बदमाशों को माता-पिता पर हमला करते देखा। इसके बाद बदाम चिल्लाई। उसने खेत में ही सोये भाई नारु को आवाज दी। यह देखकर बदमाश खेत से बाहर निकल गये। मांगीलाल की पत्नी भी बदमाशों के पीछे भागती हुई खेत से बाहर गई। जहां रोशनी के कारण बदमाशों की नजर काली के कानों में पहने टोप्स पर पड़ गई। इस पर बदमाशों ने काली के कानों से टोप्स खींच लिये, जिससे उसके कान भी जख्मी हो गये। नारु की सूचना पर आये घर वाले, ले गये अस्पताल नारु की नींद खुली तो उसने फोन से अपने घर वालों को सूचना दी। इस पर मांगीलाल का भतीजा शंकरलाल मीणा सहित उसके भाई व पिता भी घर से रवाना हो गये। इनमें से आधे लोग बदमाशों के भागने वाले रास्ते पर उनकी तलाश में गये, जबकि आधे लोग खेत पर गये। इन लोगों ने घायल मांगीलाल को गांव में ही बंगाली को दिखाया, जहां नाक से ब्लेडिंग नहीं रुकने पर उसने मांगीलाल को शहर के अस्पताल ले जाने की सलाह दी। इससे पहले मंदिर की दानपेटी तोड़कर चोरी की नकदी दंपती पर हमला कर गहने लूट की वारदात से पहले ये बदमाश गांव से कुछ दूरी पर पोंडरास क्षेत्र में नदी के ढावे पर स्थित तेजाजी के स्थान पर पहुंचे। जहां से इन बदमाशों ने तेजाजी का भाला और दानपेटी चुरा ली। पेटी को दूर ले जाने के बाद बदमाशों ने भाले से तोड़ दी। इसके बाद पेटी में रखी नकदी बदमाशों ने चुरा ली। वहां ग्रामीणों को वारदात की भनक लगी तो ये बदमाश इधर-उधर हो गये। इसके बाद रात एक बजे इन बदमाशों ने मांगीलाल के खेत पर धावा बोला। |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें