तीन दिन पहले जंगल में मिला हिरण का बच्चा, पीछे पड़े थे सियार, राठौड़ ने घर लाकर की देखभाल, आज ले जाएगी वन विभाग की टीम

 


बनेड़ा सीपी शर्मा
मानवता आज भी जिंदा है, चाहे वह इंसान के प्रति हो या जानवर के। ऐसा ही एक उदाहरण पेश किया है बल्दरखां ग्राम पंचायत के उप सरपंच गोपाल सिंह राठौड़ ने।
राठौड़ तीन दिन पहले रात के समय झांतल गांव स्थित अपने खेत पर चल रहे कुआं खुदाई का कार्य देखने गए थे। इस दौरान वहां उन्हें हिरण का बच्चा लावारिस मिला जिसके पीछे सियार पड़े थे। इस पर राठौड़ द्रवित हो गए और हिरण के बच्चे को अपने साथ अपने घर ले आए। परिवार सहित राठौड़ ने बच्चे की तरह उसकी देखभाल की। उन्हें लगा कि हिरण का बच्चा अब ठीक है तो पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष गजराज सिंह राणावत तथा पूर्व सरपंच रतन सिंह पंवार की मौजूदगी में उपखण्ड मुख्यालय स्थित वन विभाग के कर्मचारी सुरेश माली को सूचना दी। अब आज वन विभाग की टीम हिरण के बच्चे को रेस्क्यू कर ले जाएगी।

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

देवगढ़ से करेड़ा लांबिया स्टेशन व फुलिया कला केकड़ी मार्ग को स्टेट हाईवे में परिवर्तन करने की मांग

महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार