धरना जारी: पूर्व मंत्री गुर्जर बोले- सरकार के दबाव में कार्यवाही नहीं कर रहा प्रशासन

 


भीलवाड़ा संपत माली
पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर ने कहा है कि आदर्श तापड़िया हत्याकांड में प्रशासन राज्य सरकार के दबाव में कार्यवाही नहीं कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार वर्ग विशेष के लिए तुष्टिकरण की नीति अपना रही है। गुर्जर शुक्रवार को आदर्श हत्याकांड के मुख्य आरोपियों और भीलवाड़ा में अब तक हुई घटनाओं की सीबीआई से जांच कराने की मांग को लेकर जिला कलेक्ट्रेट के पास भाजपा व हिंदू संगठनों की ओर से दिए जा रहे धरने को समर्थन देने पहुंचे थे।
पूर्व मंत्री गुर्जर ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से भीलवाड़ा ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो रही है। भीलवाड़ा में विशेष तौर से जिस प्रकार दंगे हो रहे हैं और आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं हो रही है। इसे लेकर ही यह धरना दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार वर्ग विशेष के लिए तुष्टिकरण की नीति अपना रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में दंगे नहीं होते, मर्डर नहीं होता और न ही किसी पर अत्याचार होता है लेकिन कांग्रेस के राज में ऐसा होता है।
प्रशासन को अपना काम करना चाहिए, सरकार ज्यादा से ज्यादा ट्रांसफर कर देगी
गुर्जर ने कहा कि प्रशासन को अपना काम करना चाहिए। सत्ता बदलती रहती है, पार्टियां आती-जाती रहती हैं लेकिन प्रशासन को अपना कर्तव्य पूरा करना चाहिए। उन्हें पार्टी नहीं बनना चाहिए और न ही सरकार से डरना चाहिए क्योंकि सरकार उनके तबादले से ज्यादा कुछ नहीं कर सकती।

20 साल वकालत की है, जानता हूं पुलिस कुछ भी कर सकती है
पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर ने कहा कि आदर्श तापड़िया की हत्या के चश्मदीद गवाह और उसके भाई मयंक तापड़िया के बयान को पुलिस ने बदल दिया। पुलिस को मयंक के बयान मजिस्ट्रेट के सामने कराने चाहिए थे, वह नहीं करवाए। मैंने भी 20 साल वकालत की है और जानता हूं कि पुलिस कुछ भी कर सकती है। उन्होंने कहा कि मयंक की ओर से बताए गए नामजद आरोपियों को पुलिस ने छोड़ दिया और नाबालिगों को पकड़ लिया। हमारी मांग है कि आदर्श तापड़िया के हत्या के मुख्य आरोपियों को पकड़ा जाए और पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द मुआवजा दिलाया जाए।  
 

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार

घर-घर में पूजी दियाड़ी, सहाड़ा के शक्तिपीठों पर विशेष पूजा अर्चना