| भीलवाड़ा बीएचएन। चलते-फिरते थानों के रूप में भीलवाड़ा जिले को 3 मोबाइल इन्वेस्टिगेशन वैन की सौगात मिली हैं। ऐसे में अब पुलिस क्राइम सीन पर ही वारदात का पूरा इन्वेस्टिगेशन कर सकेगी। ये वैन भीलवाड़ा के एएसपी सेक्टर मुख्यालयय, सहाड़ा और शाहपुरा के अधीन रहेगी। इसमें पुलिस के अनुसंधान से संबंधित सभी तरह की सुविधाएं मौजूद है, जिनसे काफी हद तक कार्य आसान तो होगा ही। साथ में कार्य भी पारदर्शिता के साथ और जल्दी हो जाएगा। यह पायलेट प्रोजेक्ट है, जिसके तहत अभी तीन वैन मिली हैं। वैन में 19 किट के साथ आपात स्थिति से निपटने सुरक्षा कवच भी वैन में 19 प्रकार उपकरण मौजूद रहेंगे। इससे सभी तरह की कागजी कार्रवाई तो पूरी हो ही सकेगी। इसके अलावा प्रिंट निकालकर पीडि़त व गवाहों के हस्ताक्षर करवाने के लिए कम्प्यूटर, प्रिंटर जैसी सुविधाएं भी है। दस्तावेज व मौके से जुटाए साक्ष्यों को विशेष सुरक्षा इंतजामों के साथ रखने के इंतजाम भी मौजूद है। वहीं आपात स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा कवच हैें। उपलब्ध संसाधन पुलिस ने बताया कि वैन में ड्रेगन लाइट, फिंगर प्रिंट किट, फुट एण्ड टायर कास्टिंग, बॉडीवर्न कैमरा, डिजिटल व वीडियो कैमरा, फ़स्र्ट एड बॉक्स, इन्वेस्टिगेशन किट, लैपटॉप, प्रिंटर, सैक्सुअल असॉल्ट एविडेंस कलेक्शन किट, टॉवर लाइट, नारकोटिक्स डिडक्शन कीट, डीएनए सैम्पल और मोबाइल इन्वेस्टिगेशन यूनिट के जरिए वारदात स्थल पर दर्ज किए गए बयान तथा वार्तालाप की ऑडियो वीडियो रिकॉर्डिंग भी हो सकेगी, जीपीएस मौजूद रहेंगे। सबूतों से छेड़छाड़ के नहीं आएंगे केस कई बार सबूतों से छेड़छाड़ के मामले सामने आते हैं, लेकिन अब यह वैन मौके पर पहुंचकर एक बार में ही सारे सबूतों को एकत्रित कर सकेगी। जहां ये वैन मौजूद हैं वहां के पुलिस कर्मियों को पहले से इसकी ट्रेनिंग दी हुई है। ऐसे में इस वैन में थाने से कितने भी पुलिस कार्मिक मौके पर अनुसंधान कर सकेंगे। कोई घायल मिलेगा तो भी टीम उसका उपचार कर सकेगी। सुविधा- गांव से अब थाने नहीं आना पड़ेगा, पुलिस मौके पर पहुंचकर बयान दर्ज करने से लेकर मौका पंचनामे जैसे कार्य एक साथ ही कर सकेगी। अब तक संसाधनों के अभाव में पीडितों एवं पुलिस को कई बार थाने एवं मौके के चक्कर लगाने पड़ते थे, अनुसंधान से संबंधित कार्य होंगे। | |
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