महिलाओं के अस्पताल में मेल सिक्युरिटी गार्ड, प्राइवेसी हो रही डिस्टर्ब

 


भीलवाड़ा संपत माली
जिले के सबसे बड़े अस्पताल महात्मा गांधी चिकित्सालय में स्थित मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में आने वाली महिला रोगियों और प्रसूताओं की प्राइवेसी के अधिकार का हनन हो रहा है। यहां फीमेल गार्ड की नियुक्ति के स्थान पर अस्पताल प्रबंधन ने मेल गार्ड नियुक्त कर रखे हैं।
गौरतलब है कि मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में सबसे ज्यादा डिलीवरी के केस आते हैं। यहां लैबर रूम, एनआईसीयू और आउटडोर में मेल गार्ड ड्यूटी कर रहे हैं। ऐसे में महिलाओं की प्राइवेसी डिस्टर्ब हो रही है। उधर अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में कोई गार्ड ही नहीं है। ऐसे में वहां आने वाले मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ता है। एक ओर तो सरकार महिला गरिमा बनाए रखने के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध करवाती है और दूसरी ओर पुरुष गार्ड की नियुक्ति करती है। पहले भी कई बार मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में महिला गार्ड नियुक्त करने की मांग की गई लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
इनका कहना है...
मेल गार्ड गेट पर खड़े रहते हैं। वे लैबर रूम या वार्ड में अंदर नहीं जाते हैं इसलिए महिलाओं की प्राइवेसी प्रभावित होने जैसी कोई बात नहीं है। इसके अलावा हमारे पास दो गायनोकॉलोजिस्ट भी मेल ही हैं। बाकी आपने अच्छा सुझाव दिया है। हम फीमेल गार्ड नियुक्त करने पर विचार करेंगे।
डॉ. अरूण गौड़, पीएमओ, महात्मा गांधी चिकित्सालय, भीलवाड़ा           

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