नड्डा ने राजस्थान में भाजपा की जनाक्रोश यात्रा का किया आगाज

 


जयपुर। भारतीय जनता पार्टी   के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा   ने राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदेश भाजपा की जनाक्रोश यात्रा   का गुरुवार को आगाज किया। श्री नड्डा ने दो सौ विधानसभा क्षेत्रों में दौ सौ रथों के माध्यम से 75 हजार किलोमीटर की निकाली जाने वाली जन आक्रोश यात्रा के 51 रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इस यात्रा के तहत दो सौ विधानसभा क्षेत्रों तक दो सौ रथ जाएंगे। एक से 14 दिसंबर तक जन आक्रोश यात्रा चलेगी। एक दिसंबर को जयपुर से प्रदेशभर के लिए रथों की रवानगी होगी, दो दिसंबर को जिलों से रवानगी होगी, तीन और चार दिसंबर को विधानसभा क्षेत्रों में इन रथों के साथ आक्रोश यात्रा की शुरूआत होगी। चार से 14 दिसंबर तक 200 विधानसभा क्षेत्रों में यह रथ गांव-गांव, गली-गली और डगर-डगर जाएंगे, लगभग 20 हजार चौपालें इस दौरान होंगी, नुक्कड़ सभाएं होंगी, दो करोड़ लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य है।

 

जन आक्रोश यात्रा में प्रत्येक रथ पर एक शिकायत पेटिका होगी, जिसमें उस गांव के लोग उस विधानसभा के लोग अपनी शिकायतों को उसमें पर रख सकेंगे, उन शिकायतों का संकलन किया जायेगा। 14 से 20 दिसंबर तक सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में जनाक्रोश सभाएं होंगी, एक बड़ी संख्या उसमें जुटेगी, प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में लगभग पांच हजार लोग उसमें शिरकत करेंगे। जन आक्रोश यात्रा 200 विधानसभाओं के गांव, ढाणी, तहसील, जिलों में पैदल चलकर करीब 75 हजार किलोमीटर से अधिक का रास्ता तय करेगी।

भाजपा प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह के अनुसार सभी विधानसभाओं में प्रभारी एवं सह-प्रभारी तैनात कर दिए गए हैं, जो मंडल और बूथ स्तर तक संगठनात्मक ढांचा तय करेंगे। इस माध्यम से पांच लाख कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण सक्रिय सहभागिता होने वाली है। जन आक्रोश यात्रा के माध्यम से संपूर्ण राजस्थान में 20 हजार चौपाल सभाएं एवं 20 हजार नुक्कड़ सभाएं तय की गई हैं। इसके अलावा करीब एक हजार महिला चौपाल, एक हजार युवा चौपाल तथा एससी, एसटी एवं ओबीसी वर्ग के लिए एक-एक हजार चौपालें आयोजित की जा रही हैं। राजस्थान प्रदेश में 200 विधानसभाओं पर नवमतदाता जो अगले वर्ष अपने मत का इस्तेमाल करेंगे, उन तक भाजपा जनविरोधी कांग्रेस सरकार के खिलाफ संदेश पहुंचाएगी।

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार

घर-घर में पूजी दियाड़ी, सहाड़ा के शक्तिपीठों पर विशेष पूजा अर्चना