तीन साल की अबोध बालिका से दरिंदगी के आरोपी हनुमान को अंतिम सांस तक जेल की सजा

 


 भीलवाड़ा प्रेमकुमार गढ़वाल। तीन साल की अबोध बालिका के साथ दरिंदगी कर वस्त्र नगरी भीलवाड़ा को शर्मसार करने वाले ट्रक चालक हनुमान उर्फ बापू  39 पुत्र कृष्णाराम मेघवाल को करीब एक साल बाद मंगलवार को अंतिम सांस तक ( नेसर्गिक जीवन शेष अवधि तक) की सजा सुनाई गई। उस पर 20 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया गया है। फैसला, पोक्सो कोर्ट (एक)के न्यायाधीश देवेंद्र सिंह नागर ने सुनाया है। अभियोजन पक्ष ने हनुमान पर लगे आरोप सिद्ध करने के लिए न्यायालय में 40 गवाहों के बयान करवाते हुये 44 दस्तावेज पेश किये। 
विशिष्ट लोक अभियोजक हर्ष रांका ने हलचल को बताया कि  आरोपी हनुमान मूलरूप से नागौर जिले के रोहिंडी का निवासी है जो घटना के वक्त भीलवाड़ा शहर के भीतरी इलाक़े में रह रहा था।  40 साल का हनुमान, पेशे से ट्रक ड्राइवर है, जो घटना से 1 महीने पहले ही किराए के मकान में रहने आया था। 20 फरवरी 22 की शाम 3 साल की मासूम बालिका को बिस्कुट दिलाने के बहाने अपने कमरे में ले जाकर उसके साथ दरिंदगी की । इस दौरान अबोध बालिका की मां, आस-पास काम से गई थी। बालिका के रोने की आवाज सुनकर मोहल्ले के लोगों ने दरवाजा खटखटाया, तो बच्ची जोर जोर से रोने लगी। मोहल्ले वासियों ने दरवाजा खटखटाया तब काफी देर बाद आरोपित ने दरवाजा खोला। सामने का मंजर देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए थे।
मासूम बालिका खून से सनी हुई थी, यह हैवानियत देख मोहल्ले के बाशिंदे आक्रोशित हो गए। उन्होंने आरोपी हनुमान को घर से बाहर निकाल कर उसकी बीच सड़क जमकर पिटाई की । इससे वह लहूलुहान होकर घायल हो गया था। भीमगंज थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बालिका और आरोपी हनुमान को  उपचार के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया।  पीडि़ता मध्य प्रदेश की रहने वाली है। 
उधर, भीमगंज पुलिस ने इस घटना को लेकर एफआईआर दर्ज की। तफ्तीश कर आरोपित हनुमान को 22 फरवरी को गिरफ्तार किया गया। जांच पूरी होने पर पुलिस ने हनुमान के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट पेश की थी। न्यायालय ने सुनवाई पूरी करने के बाद मंगलवार को आरोपित हनुमान मेघवाल को अंतिम सांस तक जेल (नेसर्गिक जीवन शेष अवधि तक) की सजा और 20 हजार रुपये जुर्माने से दंडित किया। उल्लेखनीय है कि आरोपित हनुमान एक बेटे व बेटी का पिता है। उसने फैसले के बाद हलचल को बताया कि उसे इस घटना पर किसी तरह का पछतावा नहीं है।  

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