देवनारायण सर्किट बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने प्रस्ताव तैयार करने के दिए निर्देश, धन की नहीं आयेगी कमी-केन्द्रीय मंत्री मेघवाल

 

भीलवाड़ा (सम्पत/प्रहलाद)। केन्द्रीय संस्कृति मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा कि यह सांस्कृतिक पुनरोत्थान के कालखंड का समय है। अयोध्या से शुरू हुआ भारतीय संस्कृति के उत्थान का कार्यक्रम थमने वाला नहीं है। उज्जैन के बाद अब देवनारायण सर्किट का विकास होगा। इसका पूरा खाका तैयार किया जा रहा है और इसमें धन की कोई नहीं आयेगी। 
भाजपा कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 28 जनवरी को आसींद दौरे को लेकर आयोजित बैठक के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए केन्द्रीय मंत्री मेघवाल ने कहा कि देश में अब तक नेतृत्व करने वाले नेता रहे उनमें एक आधे अपवाद को छोड़कर उनसे जब भारतीय संस्कृति की बात होती थी तो उनमें हीनता की भावना कहीं न कहीं प्रकट होती थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऐसे प्रधानमंत्री है जो कहते कि भारतीय संस्कृति की बात पर गर्व करना चाहिए।  हमारी भारतीय संस्कृति और सभ्यता विश्व को रास्ता दिखा सकती है चाहे वह सेवा का, दया का रास्ता हो या कोविड काल के पश्चात तो भारतीय संस्कृति कितनी महान यह सिद्ध कर दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हर संस्कृति, हर धर्म के स्थल के विकास करने की प्राथमिकता है। इसलिए मालासेरी स्थल को भगवान देवनारायण के इतिहास को संजोने के लिए संस्कृति मंत्रालय को इससे जोड़ा है। 
मेघवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री जहां भी जाते है पहले उस क्षेत्र के बारे में जानकारी करते है। विकास की बात करते है। इसी के चलते मालासेरी के विकास के लिए उन्होंने अब तक कई बैठकें की है और एक देवनारायण सर्किट बनाने के निर्देश के प्रस्ताव तैयार करने को कहा है। प्रधानमंत्री खुद आकर देखेंगे। भाजपा के लोग उन्हें बतायेंगे और उनसे राय लेंगे, लोगों और साधु संतों से भी चर्चा करेंगे। इस क्षेत्र का अच्छा विकास हो। इसके लिए बजट की कोई कमी नहीं आने देंगे। उन्होंने कहा कि देवनारायण सर्किट बन जाएगा तो दस किलोमीटर के दायरे में आने अन्य धर्म स्थलों का विकास होगा। पर्यटक आयेंगे तो उनके ठहरने की सुविधाएं बढेगी। देवनारायण सर्किट बनेगा तो लोगों को रोजगार भी मिलेगा। 
मेघवाल ने इस बात से इन्कार किया कि 2023 में चुनाव है इसलिए प्रधानमंत्री यहां आ रहे है। लेकिन ऐसा नहीं है। देवनारायण भगवान की 1111वीं जयंति है यह 2023 में पड़ रही है । इससे चुनाव का क्या लेना। प्रधानमंत्री तो यहां दर्शन करने आ रहे है। उन्होंने कहा कि देवनारायण की जन्म स्थली को विकसित करने के लिए प्रधानमंत्री ने संस्कृति मंत्रालय के साथ ही अन्य मंत्रालयों को भी जोड़ा है और प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने को कहा है ताकि देवनारायण भगवान की ख्याति देश के साथ-साथ विदेशों तक पहुंच सके। 

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