राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में भीलवाड़ा के अस्पताल में आऊटडोर सेवाएं रही ठपप्रतियां जलाई, संशोधन की मांग की
भीलवाडा/जयपुर(हलचल)। राज्य सरकार द्वारा लाया जा रहा राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में भीलवाड़ा में निजी अस्पताल के आउटडोर आज पूरी तरह से बंद रहे वहीं प्रदेश में डॉक्टरों ने प्रस्तावित ड्राफ्ट की प्रतियां जलाई। ये सभी डॉक्टर राइट टू हेल्थ बिल में संशोधन की मांग कर रहे हैं। भीलवाड़ा में आज राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में बृजेश बांगड़ मेमोरियल अस्पताल सिद्धिविनायक अस्पताल रामस्नेही चिकित्सालय के साथ ही शहर के निजी अस्पतालों में आउटडोर सेवाएं बाधित रही। डॉक्टरों ने विसंगतियों की जानकारी देते हुए बताया कि जनता से मांगे गए सुझावों को इस बिल में शामिल नहीं किया गया। बिल के मौजूदा ड्राफ्ट में इमरजेंसी की परिभाषा को परिभाषित नहीं किया गया है। एक्सीडेंट के मामले में घायलों को पहुंचाने वालों को तो 5000 रुपए का इनाम है, लेकिन इलाज करने वाले डॉक्टरों को कुछ नहीं है। इस बिल में पंच, सरपंच, जिला परिषद सदस्यों को शामिल कर एक काला कानून बना दिया है। पहले ही प्राइवेट अस्पतालों पर 50 से अधिक लाइसेंस का भार है। इनका उल्लंघन होने पर अस्पताल सीज कर दिए जाते हैं। अस्पतालों में तमाम सरकारी सुविधाओं पर कॉमर्शियल रेट वसूली जाती है। |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें