शाहपुरा में एनडीआरएफ व एसडीआरएफ ने पिवणिया तालाब पर किया माॅकड्रिल

 

शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी 
भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा में स्थित पिवणिया तालाब पर गुरूवार को सुबह एनडीआरएफ व एसडीआरएफ ने प्राकृतिक आपदाओं विशेष रूप से बाढ़ आने के दौरान की जाने वाली बचाव प्रक्रिया का माॅकड्रिल किया। इस दौरान सिविल डिफेंस, स्काउट गाइड के अलावा शाहपुरा के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी प्रदर्शन को देख कर समझा। इस दौरान शाहपुरा तहसीलदार नारायण लाल जीनगर व थाना प्रभारी सीआई घनश्यामसिंह देवड़ा, एसडीआरएफ के बजरंगलाल, चिकित्सा अधिकारी डा. अभय धाकड़ की अगुवाई में स्थानीय अधिकारी व मेडिकल टीम भी मोजूद रही। 
शाहपुरा में आज राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की ओर से एसडीआरएफ के सहयोग से गुरूवार को प्राकृतिक आपदाओं के दौरान की जाने वाली बचाव प्रकिया का माकड्रिल किया गया। एनडीआरएफ के सहायक कमाण्डेट योगेश कुमार मीणा ने कहा कि कम से कम समय में ज्यादा जिंदगियों को बचाना ही एनडीआरएफ के मुख्य उद्देश्य है। इसलिए सूचना मिलने के बाद हमारी कोशिश होती हैं मौके पर जल्द से जल्द पहुंचा जाए।
मीणा ने बताया कि तालाब व स्कूल बिल्डिंग सहित अन्य जागरुकता कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को आपातकालीन स्थिति से खूद को कैसे बचाए उसके बारे में ट्रेंड किया जाता है। कई बार हमारे जवान समय पर नहीं पहुंचे सकते, इसलिए एसडीआरएफ जवानों को भी ट्रेनिंग दी जाती है। आज शाहपुरा में पिवणिया तालाब पर काल्पनिक रूप् से मोहनपुरा व गोपालपुरा में बाढ़ के बाद लोगों को बचाने का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कुल 42 जिन्दगियों को बचाया गया तथा काफी प्रयासों के बाद एक जने को डूब जाने पर उसके शव को बाहर निकाला गया। 
इससे पूर्व एनडीआरएफ जवानों ने शाहपुरा ब्लाॅक के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों आदि की मौजूदगी में बाढ़ के बाद आने वाली सूचना के बाद त्वरित कार्यवाही कर फंसे लोगों को निकालने के बाद चिकित्सीय उपचार, नावों के उनका रेस्क्यू करने आदि प्रक्रिया को माॅकड्रिल के माध्यम से समझाया गया। इस दौरान एनडीआरएफ जवानों का सिविल डिफेंस, पुलिस, होमगार्ड, अग्निशमन दल, एम्बुलेन्सकर्मी, मेडिकल कर्मी, थाना पुलिस के जवानों ने माकड्रील ने भी सहयोग किया।
इस माॅकड्रील के दौरान स्काउट गाइड स्थानीय संघ के उप प्रधान मूलचन्द पेसवानी, संघ सचिव उर्मिला पाराशर, मंडल प्रतिनिधि रामेश्वरलाल धाकड़, पूर्व उप प्रधान बजरंग सिंह राणावत, प्रेस क्लब उपाध्यक्ष भेरूलाल लक्षकार, स्थानीय पुलिस जवान व थाने के पुलिस मित्र, सीएलजी समिति के सदस्य भी मौजूद रहे। तहसीलदार नारायण लाल जीनगर ने सभी का आभार ज्ञापितकरते हुए कहा कि इस माॅकड्रिल से शहरवासियों में आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता बढ़ेगी तथा आज वालियंटर ने जो देखा है वो विपदा में काम आयेगी। 
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल टीम ने इस माक ड्रिल के माध्यम से आपदा की स्थिति में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियों से अवगत करवाया गया, ताकि भविष्य में ऐसी किसी भी आपदा के समय जान-माल के नुकसान को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमें आपदा प्रबंधन की शुरुआत स्वयं से शुरू करनी होगी तथा जन-जन को आपदा प्रबंधन के बारे में जागरूक करना होगा।
वर्तमान समय में पूरा विश्व प्राकृतिक और मानव कृत आपदाओं का सामना कर रहा है जिसके कारण अत्यधिक रूप से जन और धन का विनाश होता है। आपदा कभी बताकर नहीं आती और ना ही आपदा आने के उपरांत तैयारी कर सकते हैं, जो भी तैयारी करनी है, वह आपदा आने से पहले अपने आप को तैयार करना होता है, जिससे आपदा से कम से कम जनधन का नुकसान हो। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) थर्ड बटालियन के मार्गदर्शन में संपूर्ण माक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान बताया गया कि यदि नदी, तालाब, बाढ़ पानी कि स्थिति बन जाए तो उस समय क्या जरूरी उपाय करना चाहिए। इस मौके पर पीड़ितों के बचाव का अभ्यास किया गया। पीड़ितों को एकदम स्थानीय अस्पताल में भेजना तथा बांध प्रशासन की ओर से जिला प्रशासन को सूचित करना, जिला प्रशासन की ओर से अगली कार्रवाई के लिए एनडीआरएफ को बुलाना आदि माक ड्रिल का हिस्सा रहे।
30 सदस्य दल ने किया माकड्रिल-
सहायक कमाण्डेट योगेश कुमार मीणा ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल 06 बटालियन के कमांटेण्ट के निर्देश पर एनडीआरएफ की 30 सदस्य टीम ने माॅक ड्रील का प्रदर्शन किया। इसमें स्थानीय आपदा निवारण बल, सिविल डिफेंस, पुलिस, होमगार्ड, स्थानीय निकाय, स्काउट गाइड, चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग, आरएसी व एनसीसी ने भी अपनी भागीदारी निभाई। लगभग एक घण्टे की माॅक ड्रिल के दौरान बाढ़ आने के बाद मानव जीवन को बचाने में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल व स्थानीय प्रशासन की भूमिका का सजीव प्रदर्शन किया। 
एसडीआरएफ टीम का भी प्रदर्शन- 
सेना नायक आईपीएस पंकज चैधरी जयपुर के निर्देशानुसार शाहापुरा के पिवणिया तालाब में फ्लड रेशक्यू का डेमो एनडीआरएफ व एसडीआरएफ एव लोकल प्रसाशन टीमो के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। जिसमें एसडीआरएफ ई कम्पनी अजमेर से टीम कमांडर बजरंग लाल के नेतृत्व में जवानों ने अपने कोशल का प्रदर्शन किया। इसमें हंसराज हेड कांस्टेबल, अशोक माली, छोटूराम, चेलाराम, दशरथ, राजेन्द्र गुर्जर, जितेन्द्र भडाणा, छैलसिंह, धिरेन्द्रसिह, गोविन्द नारायण, हनुमान, फूलचंद, किशन, रामजीवन, अजय राय, महावीर प्रसाद ने भाग लिया

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