चारभुजानाथ मंदिर में नकबजनी का खुलासा, सूत्रधार महाराज सहित तीन गिरफ्त में, दो मूर्तियां व छत्र बरामद

 

 भीलवाड़ा बीएचएन। करेड़ा पुलिस ने बेमाली चारभुजानाथ मंदिर में हुई नकबजनी का खुलासा करते हुये वारदात के सूत्रधार  सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इन आरोपितों की निशानदेही पर चोरी की दो मूर्तियां व चांदी की छत्र बरामद कर लिया। 
करेड़ा थाना प्रभारी जसवंत सिंह ने बीएचएन को बताया कि    26 नवंबर की रात बेमाली स्थित चारभुजानाथ के बड़े मंदिर का ताला तोड़कर चोर  चांदी का छत्र , पीतल की बनी बंशी धारण किये कृष्ण भगवान की मूर्ति,  पीतल की कृष्ण भगवान की बालरूप की तीन मूर्तियां जिनमें एक बड़ी व दो छोटी मूर्तियां शामिल हैं, साथ ही पीतल निर्मित लक्ष्मीजी की मूति, कृष्ण व गाय की संयुक्त मूर्ति चुरा ले गये। अजुर्नलाल प्रजापत की रिपोर्ट पर करेडा पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। इस वारदात को गंभीरता से लेते हुये पुलिस अधीक्षक ने एएसपी सहाड़ा गोवर्धन लाल के निर्देशन, डीएसपी  आसींद लक्ष्मणराम के निकट सुपरविजन में टीम गठित की।  
 इस विशेष टीम ने घटना स्थल का निरिक्षण किया ।  घटनास्थल तक पहुंचने वाले सभी रास्तों के सीसी टीवी कैमरों की फुटेज खंगाली,  घटनास्थल के आस पास होटल -ढ़ाबों व चाय की थडियों पर व आस पास के ग्रामीणो से पूछताछ की गई । साइबर टीम द्वारा घटनास्थल से बीटीएस व संदिग्ध आरोपियों की मोबाइल कॉल डिटेल निकाल कर अध्ययन किया। पूर्व  चालान शुदा अपराधियों से पुछताछ की गई। इस दौरान मिले सबूत व साक्ष्यों के आधार पर पुलिस की टीम के हाथ नकबजनों की गिरेबां तक  पहुंच गये। पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है।  इनमें दिनेशचंद्र उर्फ  महाराज 32 पुत्र तुलछीराम पालीवाल (ब्राहम्ण ) निवासी माडा का खेडा (मोखुन्दा), रायपुर,  बद्री 32 पुत्र हीरा  जाट  निवासी दादिया,  बागौर व किशन लाल उर्फ  किशन 30 पुत्र नारायण  गुर्जर   निवासी बेमाली,  करेडा को गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी का कहना है कि वारदात में लिप्त प्रकाश  पुत्र शंकर लाल लोहार निवासी आलोली पुलिस थाना गंगापुर की पुलिस को तलाश है।  

ऐसे दिया वारदात को अंजाम
एसएचओ सिंह के अनुसार, वारदात का सूत्रधार दिनेशचंद पालीवाल उर्फ  महाराज एवं बद्री जाट ने मिलकर बेमाली निवासी किशन गुर्जर से संपर्क कर श्री चारभुजानाथ मन्दिर की रैकी की थी।  फिर  26 नवंबर 2022 की रात को करीब 10 बजे के आस पास तीनों बेमाली गांव के बाहर पहुंच गये। वहां से तीनों ने गांव के श्री चारभुजानाथ के मंदिर में चोरी करने का प्लान बनाया। तीनों गांव में गये।  किशन गुर्जर मन्दिर के पास में  आने जाने वालों पर निगाह रखे हुये था, जबकि  बद्री जाट बाइक स्टार्ट कर मन्दिर के बाहर खड़ा रहा था।  दिनेश चन्द पालीवाल उर्फ महाराज ने मन्दिर के अन्दर जाकर  दरवाजा तोड़ा और मन्दिर में रखा चांदी का छत्र, एक पीतल की कृष्ण भगवान की बड़ी मूर्ति, कृष्ण भगवान की बालरूपी तीन मूर्तियां, एक पीतल की लक्ष्मी जी की मूर्ति व एक कृष्ण भगवान व गाय की संयुक्त मूर्ति चोरी कर लाया था। फिर तीनों वहां से भाग गये थे। 

कुछ मूर्तियों को रखा, कुछ को झाडिय़ों में छिपा दी, तीन मूर्तियां 5 हजार में बैची
फिर एक चांदी का छत्र एक पीतल की लक्ष्मी जी की मूर्ति व एक कृष्ण भगवान व गाय की संयुक्त मुर्ति तीनों ने अपने पास रख ली तथा ये तीनों मूर्तियां जालमपुरा गांव जाने वाले रोड के पास बबुल की झाडियों में छिपा दी थी। एक पीतल की कृष्ण भगवान की बड़ी मूर्ति व कृष्ण भगवान की बाल रूपी तीन मूर्तियों को तीनों ने मिलकर प्रकाश पुत्र शंकर लाल  लौहार निवासी आलोली को 5,000 बेच दी थी।

ये थे पुलिस टीम में 
करेड़ा थाना प्रभारी जसवंत सिंह , एचसी जलील अहमद, संजय कुमार,  दिनेश कुमार , रामुराम , मुकेश कुमार, आशीष कुमार मिश्रा  

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