राहुल की यात्रा के बीच पायलट गुट को झटका, बगावत करने वाले गहलोत खेमे के तीन मंत्रियों को क्लीन चिट

 

 विश्वस्त सूत्र ने बताया कि राजस्थान के तीन मंत्रियों के माफीनामे पिछले दिनों तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे गए थे। इसमें उनसे पूछा गया था कि क्या कार्रवाई की जाए? लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष गांधी के कार्यालय से कोई भी जवाब नहीं आया...कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों राजस्थान में है। इस यात्रा में सीएम गहलोत गुट हो या फिर सचिन पायलट का गुट दोनों ही अपनी ताकत दिखाने से पीछे हटते हुए नहीं दिखाई दे रहे हैं। हालांकि इसी बीच पायलट गुट पर एक बार फिर गहलोत गुट भारी पड़ता हुई दिखाई दे रहा है। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 25 सितंबर को विधायक दल की बैठक का बगावत करने वाले मुख्य गहलोत के विश्वासपात्र मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ को कांग्रेस आलाकमान ने क्लीन चिट दे दी है। इस घटनाक्रम के बाद पायलट गुट ने इन नेताओं पर कार्रवाई की मांग की थी।

मिली जानकारी के अनुसार, विधायक दल की बैठक में हुई बगावत के बाद कांग्रेस हाईकमान ने तीनों नेताओं को नोटिस जारी किए थे।  इसके बाद तीनों ही नेताओं ने बिना किसी शर्त पर पार्टी से माफी मांग ली थी। इसी मुद्दों पर पिछले दिनों पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी की अध्यक्षता में कांग्रेस की अनुशासन कमेटी की बैठक हुई थी। इसमें सचिव तारिक अनवर, अन्य सदस्य अंबिका सोनी व जीआर राजू भी शामिल हुए थे। बैठक में तीनों नेताओं के जवाब पेश किए गए। बैठक में कार्रवाई को लेकर चर्चा हुई, लेकिन माफीनामे पर आलाकमान मान गया।

विश्वस्त सूत्र ने बताया कि राजस्थान के तीन मंत्रियों के माफीनामे पिछले दिनों तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे गए थे। इसमें उनसे पूछा गया था कि क्या कार्रवाई की जाए? लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष गांधी के कार्यालय से कोई भी जवाब नहीं आया। इसके बाद से यह मान लिया गया कि तीनों मंत्रियों को हाईकमान से माफी मिल गई। यही कारण रहा कि मंत्री धारीवाल और राठौड़ भारत जोड़ो यात्रा में न सिर्फ नजर आए बल्कि उनके साथ पैदल भी चलते हुए दिखाई दिए। यहीं नहीं जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जब कोटा पहुंची, तो मंत्री धारीवाल अपना शक्ति प्रदर्शन करने से नहीं चुके। वहीं राठौड़ ने भी हाल ही में सरदारशहर के नवनिर्वाचित विधायक अनिल शर्मा के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की। इसके अलावा उन्हें राहुल गांधी की सत्कार कमेटी में भी लगाया गया।

25 सितंबर को राजस्थान में विधायक दल की बैठक के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश प्रभारी अजय माकन पर्यवेक्षक बनकर आए थे। इस दौरान गहलोत गुट के विधायक बैठक में नहीं गए थे। दोनों ही पर्यवेक्षकों ने इसे अनुशासनहीनता माना थे। इसके बाद घटनाक्रम की पूरी रिपोर्ट कांग्रेस हाईकमान को सौंप दी थी। कांग्रेस आलाकमान ने इस रिपोर्ट के आधार पर महेश जोशी, धर्मेंद्र राठौड़ और शांति धारीवाल को नोटिस जारी कर जवाब मांगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सचिन पायलट के खिलाफ हुई बगावत पर सोनिया गांधी से मिलकर माफी मांगी थी।



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