संकट मोचन हनुमान मंदिर में 50 हलवाइयों की टीम बनाएगी 2500 किलो काजूकतली का महाभोग

 


भीलवाड़ा । श्री हनुमानजी जयंती पर शहर में मुख्य डाकघर के सामने स्थित श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर पर 5 अप्रैल से दो दिवसीय होंगे। महन्त बाबूगिरी महाराज के सानिध्य में महोत्सव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। हर वर्ष की तरह इस बार भी हनुमान जी महाराज को 2500 किलो काजू कतली का महाभोग लगाया जाएगा। पचास हलवाइयों की टीम काजू कतली का महाभोग तैयार करेगी। इसकी शुरुआत एक अप्रैल से हो जाएगी। भक्तों की मदद से महाभोग तैयार करने में चार दिन लगेंगे। महाभोग बनाने में 200 ग्राम केसर, 1500 किलोग्राम काजू व एक हजार किलो श€कर का उपयोग होगा। 
श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर के ट्रस्टी महावीरप्रसाद अग्रवाल ने बताया कि 5 अप्रैल को हनुमानजी महाराज की प्रतिमा को स्वर्ण चोला चढ़ाया जाएगा। रात 8 बजे से मंदिर के बाहर विशाल भजन संध्या होगी। जयपुर निवासी बॉलीवुड सिंगर प्रमोद त्रिपाठी, उमा लहरी एवं गोपाल सेन अपनी टीम के साथ हनुमान भक्ति से ओतप्रोत भजनों की अविरल धारा बहाएंगे। भजन संध्या में बड़ी संख्या में भक्तों के उमडऩे की संभावना को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था की जा रही है। मंदिर ट्रस्टी रमेश बंसल ने बताया कि हनुमान जयंती पर 6 अप्रैल को मंदिर का फूलों से आकर्षक श्रृंगार किया जाएगा। दोपहर 12.15 बजे महाआरती के बाद हनुमानजी को 2500 किलो काजूकतली का महाभोग लगाया जाएगा। 11 किलो का केक भी काटा जाएगा। काजूकतली का प्रसाद भक्तों में वितरित होगा। रात 8 बजे से साकेत रामायण मंडल की ओर से संगीतमय सुंदरकांड होगा। मंदिर पर विशेष सजावट के साथ नगर परिषद चौराहे से लेकर गोल प्याऊ चौराहे तक विशेष सजावट व रोशनी की जाएगी।

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

पुलिस चौकी पर पथराव, बैरिक में दुबक कर खुद को बचाया पुलिस वालों ने, दो आरोपित शांतिभंग में गिरफ्तार, एक भागा

घर-घर में पूजी दियाड़ी, सहाड़ा के शक्तिपीठों पर विशेष पूजा अर्चना