शीतलाष्टमी की पूजा आज देर रात से, रंगोत्सव (festival of colors) कल लेकिन फैली है यह अफवाह ...!

 


भीलवाड़ा (हलचल)। शीतलाष्टमी (Sheetal Ashtami) का पर्व बुधवार को धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इसे लेकर बाजार में रौनक है और तलीय वस्तुओं की बिक्री भी अच्छी खासी हो रही है लेकिन गांव के साथ ही शहर में भी यह अफवाह धीरे-धीरे जोर पकड़ रही है कि इस बार कड़ाई न चढ़ाई जाये सिर्फ औलिया (मक्की की राब) का भोग ही लगायें। इसके पीछे लम्पी बीमारी का भी तर्क दिया जा रहा है। इसके चलते शहर में भी कई कॉलोनियों में महिलाएं असमंजस में है कि तलीय व्यंजन बनाये जाये या नहीं। लेकिन पंडितों ने इसे सिर्फ भ्रांति बताया है। 
भीलवाड़ा में शीतलाष्टमी (Sheetal Ashtami) के पर्व को लेकर घरों में आज विभिन्न व्यंजन तैयार किये जा रहे है। वहीं बाजारों में सुबह से ही पापड़, पपड़ी के साथ ही अन्य तलीय खाद्य सामग्री की दुकानों पर लोगों की भीड़ लगी है। दूसरी ओर लम्पी बीमारी का तर्क देते हुए माताजी का प्रकोप बता यह अफवाह चल रही है कि इस बार चूल्हे पर कड़ाई नहीं चढ़ाई जाये और न ही कोई तलीय वस्तु का भोग शीतला माता को लगायें। गांव के साथ ही शहर की कई कॉलोनियों में पिछले दो दिनों से महिलाओं में इस तरह की खासी चर्चा है और वे असमंजस में है कि क्या किया जाये। इस अफवाह (Rumor) के बावजूद कई घरों में सुबह से ही पापड़ पापड़ी तलने का काम शुरू हो गया है। वहीं घरों में बेसन की चक्की, गुलाब जामुन, गूंजिया आदि बनाये जा रहे है। 
दूसरी ओर डेयरी बूथों पर दूध की बिक्री भी तेजी से हो रही है। सुबह से ही दूध खरीदकर महिलाएं दही जमाने में जुटी है। आज देर रात से शीतला माता की पूजा की जाएगी। यह पूजा बुधवार सुबह तक होगी और इसके बाद से रंगोत्सव (festival of colors) शुरू हो जाएगा। # Bhilwara News

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

पुलिस चौकी पर पथराव, बैरिक में दुबक कर खुद को बचाया पुलिस वालों ने, दो आरोपित शांतिभंग में गिरफ्तार, एक भागा

टोमेटो फ्री यूथ कैंपेन कार्य योजना के तहत निकाली रैली

एक और सूने मकान के चोरों ने चटकाये ताले, नकदी, गहने व बाइक ले उड़े, दहशत

अस्सी साल की महिला को बेटे बहू डायन कहकर कर रहे हैं प्रताडि़त, केस दर्ज

अग्रवाल के महामंत्री बनने के बाद पहली बार जहाजपुर आगमन पर होगा स्वागत

वैष्णव जिला सहसचिव मनोनीत

दामोदर अग्रवाल के प्रदेश महामंत्री बनने पर माली समाज ने किया स्वागत