संगम विश्वविद्यालय का 9 वां दीक्षांत समारोह आयोजित,गोल्ड मेडल पाकर आनंदित हुए विधार्थी

 


भीलवाड़ा। स्थानीय संगम विश्वविद्यालय में  नवम दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि  रामपाल सोनी,चेयरपर्सन,संगम विश्वविधालय तथा विनोद कुमार लडिया,अंतराष्ट्रीय निदेशक लायंस क्लब थे।विश्वविध्यालय के कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना ने बताया की नवमें दीक्षांत समारोह में कुल 39 पीएचडी की डिग्री,01 डीएससी,26 टॉपर्स को गोल्ड मैडल,514 यूजी, पीजी डिग्री तथा 02 मानद उपाधि,258 डिप्लोमा,पीजीडीसीए, डी फार्मा सर्टिफिकेट सहित कुल 814 छात्र छात्राओं को डिग्री एवं सर्टिफिकेट दिए गए!कुलसचिव प्रोफेसर राजीव मेहता ने सभी विद्यार्थियों को कर्तव्यता व सत्य निष्ठा और इमानदारी की शपथ दिलवाइ। कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना ने विश्व विद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किए तथा उन्होंने विश्वविद्यालय के शैक्षणिक , गैर शैक्षणिक उपलब्धियों के बारे में सभा को अवगत कराया । मुख्य अतिथि डॉ वी के लड़िया ने अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर बधाई देते हुए कहा कि भीलवाड़ा से उनका नाता बहुत खास है तथा बताया कि विश्वविद्यालय अनुभव और यूथ का संगम होने की वजह से यह विश्वविद्यालय संगम विश्वविद्यालय है।

दुबई से विशिष्ट अतिथि चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि कड़ी मेहनत से शिक्षक और विद्यार्थी ज्ञान अर्जित करते हैं ,उस ज्ञान का सकारात्मक पहल होना आवश्यक है ।विद्यार्थियों के लिए सफलता के 4 सूत्र दिए उन्होंने कहा की सबसे पहले विद्यार्थी खुद को जाने ,नेटवर्किंग करें, तकनीकी को जाने और फिर सामाजिक सरोकार में सोशल मीडिया से कनेक्ट रहे।मुख्य अतिथि रामपाल सोनी ने अपने उद्बोधन में बताया की सभी विद्यार्थियों को तकनीक तथा समय के अनुसार अपने आप को परिवर्तित करना चाहिए तथा अपने मूल सिद्धांतों को हमेशा याद रखने चाहिए।इस अवसर पर बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट के डा एस एन मोदानी,अनुराग सोनी, वी के सोडाणी, प्रणल मोदानी आदि उपस्थित थे।कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की मोबाइल एप्लीकेशन, नेक कार्यशाला की प्रोसिडिंग तथा प्रबंधन विभाग की मैगजीन द एलोक्वेंट का लोकार्पण किया गया। परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर जग भूषण शर्मा ने बताया कि इस बार डिग्री में 16 सिक्योरिटी डिजिटल फीचर उपलब्ध रहेंगे।दीक्षांत समारोह के कन्वेनर प्रोफेसर विनेश अग्रवाल तथा संचालन डा. सीमा काबरा तथा डा. कीर्ति ने किया।सभी विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय में आकर अपनी पुरानी यादों को ताजा किया। अंत में रजिस्ट्रार प्रोफेसर मेहता ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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