गुर्जर दम्पत्ति को भीलवाड़ा में नहीं मिली जमीन, अब 150 करोड़ रुपए की लागत से एथेनॉल प्लांट की नीमच में करेंगे स्थापना

 


भीलवाड़ा (विजय गढ़वाल) । भीलवाड़ा का गुर्जर दम्पत्ति राजस्थान में जमीन और सुविधाएं नहीं मिलने के चलते मध्यप्रदेश के नीमच जिले में 150 करोड़ रुपए की लागत से एथेनॉल प्लांट स्थापित करेगा। इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार के साथ एमओयू होने के साथ ही जमीन आवंटन भी हो गया है। 
कम्पनी के डायरेक्टर महादेव गुर्जर और मंजूदेवी ने बताया कि पिछले दिनों भोपाल में मध्यप्रदेश के मंत्री राज्यवर्धन के साथ नीचम जिले के मोरवन में एथेनॉल प्लांट लगाने के लिए एमओयू हुआ है। गुर्जर ने बताया कि जावद तहसील में 8.270 हैक्टेयर भूमि 99 वर्ष की लीज पर आवंटित की गई है। उद्योग लगाने के लिए खनन, बोरवेल व अन्य कार्य के लिए किसी भी तरह की स्वीकृति लेने की जरूरत नहीं होगी।
गुर्जर ने बताया कि एथेनॉल निर्माण के लिए वे 150 करोड़ रुपए की लागत से हीरामिराई ग्रीन एनर्जी प्रा. लि. के नाम से रिफाईनरी की स्थापना कर रहे है। यहां उत्पादित होने वाला एथेनॉल पेट्रोल में मिलाने के काम आता है। उल्लेखनीय है कि गुर्जर दम्पत्ति भीलवाड़ा जिले के आसींद तहसील के नारायणपुरा के रहने वाले है और वर्तमान में भीलवाड़ा में इलेक्ट्रिक और पेट्रोल पम्प व्यवसायी है। उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा में यह रिफाइनरी लगाने के लिए उन्होंने प्रयास किये थे लेकिन न तो यहां जमीन मिल पाई और न ही मध्यप्रदेश की तरह सुविधाएं मिली। 
डायरेक्टर मंजू देवी ने बताया कि इस रिफाइनरी मक्का और चावल से एनेथॉल का उत्पादन किया जाएगा जिससे किसानों की आये में भी वृद्धि होगी और उपज का उन्हें पर्याप्त मूल्य मिल सकेगा। 

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