बेहतर समाज के लिए हम सबको सोचना होगा, सिर्फ बातें नहीं, काम करना होगा: माली

 


भीलवाड़ा। भारत में तेजी से आर्थिक और राजनीतिक बदलाव हो रहे हैं। जब आर्थिक और राजनीतिक बदलाव होते हैं तो उसका सीधा असर समाज पर पड़ता है और ऐसे में सामाजिक संरचनाएं टूटती हैं। संरचनाओं के टूटने का असर लोगों की मानसिकता पर गहरा पड़ता है। तय है इससे हर उम्र और समाज के हर तबके के लोगों पर प्रभाव पड़ता है। लेकिन क्या जो सामाजिक बदलाव हो रहा, वो सही है? जिन हालात में हम रह रहे हैं क्या उससे हम संतुष्ट हैं? क्या समाज के हर तबके तक वो सारी चीज़े पहुंच रही हैं जिसकी उन्हें उम्मीद है? इन सारे सवालों से जूझना ज़रूरी है और गंभीरता से सोचना ज़रूरी है। यह विचार राज. प्रदेश माली (सैनी) महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल लाल माली ने पुर स्थित घाटी के हनुमानजी परिसर में आयोजित माली समाज की बैठक में कही। माली ने यह भी कहा कि बेहतर समाज के लिए हम सबको सोचना होगा, सिर्फ बातें नहीं, काम करना होगा।
बैठक की अध्यक्षता माली समाज विकास सेवा संस्थान पुर के अध्यक्ष भैरूलाल माली ने की। बैठक 21 फरवरी को आयोजित हुए सामूहिक विवाह सम्मेलन के मंथन के लिए रखी गई थी। इस बैठक में सामूहिक विवाह सम्मेलन समिति के कोषाध्यक्ष रमेश गोयल ने सम्मेलन का आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया। जिसको सभी समिति के सदस्यों ने ध्वनी मत से पास किया। सामूहिक विवाह समिति द्वारा सम्मेलन में सहयोग करने वाले सभी भामाशाहोें सहित सम्मेलन में भाग लेने वाले वर-वधुओं का भी सम्मान कर उन्हें सहयोग के लिए धन्यवाद दिया गया। तत्पश्चात् गणेश जी को भोग लगाकर गणेश विदाई समारोह आयोजित किया गया।
इस अवसर पर माली (सैनी) कर्मचारी संस्था के जिलाध्यक्ष तोताराम सांखला, सचिव कन्हैयालाल बुलिवाल, माली महासभा के जिलामंत्री मुरलीधर सैनी, सत्यनारायण डाबला, रामेश्वरलाल, शंकरलाल गोयल, जगदीश चन्द्र ढिबरिया, नानूराम गोयल, रामस्वरूप, कैलाश चन्द्र, बंशीलाल, कालूराम, प्रभुलाल, लाल चंद, देबीलाल, भवानीराम, कैलाश चन्द्र, नारायण लाल, राजकुमार, प्रकाश तुन्दवाल सहित समाज के सैकड़ों महिलाएं व पुरूष उपस्थित थे।

 

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