रोडवेज कर्मचरियों और रोडवेज की ज्वलंत समस्याओं को लेकर दिया धरना, बजट की प्रतियां फूंकी

 

 भीलवाड़ा हलचल। राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फैडरेशन ने रोडवेज कर्मचारियों और रोडवेज की ज्वलंत समस्याओं के समाधान के लिए एक दिवसीय धरना देते हुये बजट की प्रतियां जलाई और मुख्य मंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया। 
फैडरेशन के कोषाध्यक्ष दिनेश कोठारी ने बताया कि राज्य सरकार ने अपने बजट में एक भी नई बस की घोषणा नहीं की। जो घोषणा की है, वो कंडम बसों की एवज में अनुबंध पर एक हजार बसें लेने की घोषणा की है। वहीं कर्मचारियों की सबसे बड़ी जो मांग है कर्मचारियों की भर्ती की सख्त आवश्यकता है। दस हजार  कर्मचारियों की आवश्यकता है, लेकिन सरकार ने नई भर्ती की कोई घोषणा नहीं की है। साथ ही 50 प्रतिशत की महिलाओं को छूट से संबंधित जो घोषणा की है वो भी आधी-अधूरी है। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्र की जो बसें हैं, उनमें बैठने पर ही महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा, जबकि शहरी क्षेत्र में सबसे ज्यादा बसें चलती है, उन बसों में महिलाओं को लाभ नहीं मिलेगा और इस मार्ग की बसों के परिचालकों के साथ आये दिन विवाद की स्थिति बनेंगी। कोठारी ने कहा कि  अगर सरकार मांगों पर ध्यान नहीं देती है तो आज तो केवल धरना दिया गया है, आगे बड़ा आंदोलन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सरकार ने अगर रोडवेज कर्मचारियों को एक तारिख को वेतन, बकाया भुगतान नहीं दिया और और पेंशन नहीं दी तो बड़ा आंदोलन किया जायेगा। कोठारी ने बताया कि आज कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर एकदिवसीय धरना देते हुये सरकार के बजट की प्रतियां जलाई है। धरने में बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद थे। 

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